सावधान,
वक्त के खोल से निकलकर
ठहाके लगाता तानाशाह आ रहा है
चीजों को दुरुस्त करने के लिए
वेदों में ऋचाओं की जगह
लिखी जायेंगी सुविधाएं
थाने की दीवारों पर चस्पा होंगी
बागियों की तस्वीरें
धूप को बूटों तले रौंदा जायेगा
पेड़ों से कहा जायेगा
कि वे चुपचाप खड़े रहें
बच्चे मैदान में
खेलने नहीं जायेंगे
गिरा दिये जायेंगे
खिड़कियों और रोशनदान के शीशे
औरतें फिलहाल गर्भधारण नहीं करेंगी
अपना उत्सव मनाने की
सख्त मनाही होगी
ऐनकों के नम्बर सरकार तय करेगी
न कोई चिल्लायेगा
न कोई फुसफुसायेगा
डायरी कोई नहीं लिखेगा
चिट्ठियाँ बन्द करने से पहले
दिखानीं होंगी तहसीलदार को
गूँगों का अभिनन्दन होगा
रोटी के सवाल पर
बहस चलाने वालों को
भूखा रखा जायेगा
दियासलाई रखने के लाइसेन्स जारी होंगे
हवायें रास्ता बदल रहीं हैं
जेब से हाथ निकालकर
कृपया तमीज से खड़े हो जाइये
वक्त के खोल से निकलकर
ठहाकें लगाता तानाशाह आ रहा है।
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