इस डरावने सन्नाटे के खिलाफ
दुनिया के तिलिस्म में आने से पहले
कोई बच्चा धीरे-धीरे रो रहा है
माँ के गर्भ में
कोई और एक बच्चा गर्भ सागर में
चीख रहा है
जन्म लेने से इंकार कर रहा है
पृथ्वी पर
कोई बच्चा परख-नली में धड़क रहा है
आँखें खोलने के लिए
इच्छाओं की ताप से
मुक्त होने के लिए
नाली में बहा दिया गया है कोई बच्चा
अभी-अभी तेज पानी की धार के साथ
कमोड के रास्ते अवांक्षित मानकर
कोई बच्चा दर्ज करवा रहा है
अपना परिचय स्नेकर के चमकदार पर्दे पर
अपने-अपने मतलब के बच्चे
तलाशे जा रहे हैं - करोड़ों-करोड़ गर्भ में पल रहे
बेमतलब के बच्चों के बीच से
कसाईबाड़े में जब
सुविधाएं जन्मेंगी - नया जीवन
बच्चे गर्भ में चीखेंगे चिल्लायेंगे
लंगड़ी-लूली
शताब्दी इस तरह दाखिल होगी
आगामी वर्तमान में
कोख में कुछ नहीं होगा तब
परदे पर
बच्चे की तस्वीर भी नहीं ।
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